Friday, January 10, 2025
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वैदिक घड़ी क्या है, जानिए कैसे चलती है वैदिक घड़ी और क्या-क्या जान सकते इस वैदिक घड़ी से

उज्जैन में स्थापित पहली (Vedic Ghadi Kya Hai-2024) वैदिक घड़ी के प्रणेता डॉ. आरोह श्रीवास्तव के द्वारा दी गई, क्या-क्या देख सकते है वैदिक घड़ी में

उज्जैन में बनी वैदिक घड़ी (Vedic Ghadi Kya Hai-2024) इसलिए महत्वपूर्ण है कि ये एक सूर्योदय से दूसरे सूर्योदय के बीच 30 घंटे का समय दिखाएगी। साथ ही इसमें भारतीय स्टैंडर्ड टाइम के आधार पर 60 मिनट नहीं बल्कि 48 मिनट का एक घंटा तय किया गया है। साथ ही वैदिक समय के आधार पर ही यह घडी अलग-अलग मुहूर्त भी दिखाएगी। यह घड़ी पुराने समय में जैसे काल और समय की गणना होती थी, उसी आधार पर गणना करेगी।

इसी को ध्यान में रखते हुए वैदिक घड़ी को बनाया गया है। 30 घंटे वैदिक घड़ी वैदिक गणित के आधार पर काम करती है और घड़ी से मुहूर्त भी देख सकेंगे। इस घड़ी को मोबाइल ऐप से भी संचालित किया जा सकता है।

Vedic Ghadi Kya Hai-2024 वैदिक घडी प्राचीन भारतीय समय निर्धारण प्रणाली के आधार पर 30 मुहूर्त दर्शाती है। 30 मुहूर्त को 30 काल और 30 काष्ठ में विभाजित किया गया है। 30 मुहूर्त लगातार 2 सूर्योदयों के बीच का समय अंतराल (1 दिन और रात ) 1 मुहूर्त बराबर 30 कला (वर्तमान समय प्रणाली में लगभग 48 मिनट) 1 कला बराबर 30 काष्ठ (लगभग 96 सेकंड) 1 काष्ठ बराबर लगभग 3200 मिली सेकंड । लगातार 2 सूर्योदयों के मध्य की समयावधि परिवर्तनशील होती है जिसके कारण वैदिक घड़ी वर्तमान 24 घंटों में 30 मुहूर्त 30 काल 30 काष्ठ रूपांतरण होता है। 24 घंटों में वैदिक समय प्रणाली अनुमानित है।

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पंचांग और मुहूर्त देखने की सुविधा (Vedic Ghadi Kya Hai-2024)

Vedic Ghadi Kya Hai-2024 उज्जैन की इस घड़ी का विक्रमादित्य वैदिक घड़ी नाम दिया गया है। वैदिक घड़ी दुनिया की पहली ऐसी घड़ी है जो डिजिटल होगी, जिसमें भारतीय कालगणना वैदिक समय, इंडियन स्टैंडर्ड टाइम और ग्रीनवीच मीन टाइन के साथ भारतीय कालगणना वाले विक्रम संवत पंचांग, 30 मुहूर्त, योग, भद्रा, चंद्रमा की स्थिति, नक्षत्र, चौघड़िया, सूर्य उदय, सूर्यास्त, सूर्य ग्रहण, चंद्रग्रहण इत्यादि की जानकारी ली जा सकेगी।

सूर्योदय और सूर्यास्त के आधार पर यह घड़ी समय बताएगी। बोलचाल की भाषा में अभिजीत मुहूर्त, ब्रह्म मुहूर्त और अमृत काल कहा जाता है। इस घड़ी में 24 घंटों को 30 मुहूर्तों में बांटा गया है। हर मुहूर्त का एक धार्मिक नाम होता है।

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विक्रमादित्य वैदिक घड़ी की 5 बड़ी खास बातें (Vedic Ghadi Kya Hai-2024)

Vedic Ghadi Kya Hai-2024 विक्रमादित्य वैदिक घड़ी की 5 बड़ी खास बातें इस प्रकार है:-

  1. 48 मिनट का होगा एक घंटा– विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का एक घंटा 48 मिनट का होगा। यह घड़ी IST और GMT की तो जानकारी देगी ही लेकिन साथ में मुहूर्त, ग्रहण तिथि, शुभ मुहूर्त, पर्व, व्रत, ग्रह-भद्रा स्थिति, चौघड़िया योग, तीज-त्यौहार, सूर्य और चंद्र ग्रहण समेत कई और जानकारी देगी।
  2. दुनिया की पहली वैदिक घड़ी- दुनिया में आजतक ऐसी घड़ी कभी नहीं बनी। उज्जैन में इस घड़ी का निर्माण एक 85 फीट के टावर पर किया गया है। वैदिक जानकारी देने वाली यह घड़ी पूरी तरह से डिजिटल है। दिलचस्प बात यह है कि इसकी एक ऐप भी लॉन्च की गई है।
  3. इस वैदिक घड़ी को किसने बनाया- विक्रमादित्य वैदिक घड़ी को आईआईटी दिल्ली के छात्रों ने बनाया है। वहीं इसका ऐप आरोह श्रीवास्तव नाम के व्यक्ति ने बनाया है। यह घड़ी मौसम की भी जानकारी देगी। इसका निर्माण मुख्यमंत्री मोहन यादव के विधायक रहते ही शुरू कर दिया गया था।
  4. इस घड़ी में दिखेंगे 30 घंटे- Vedic Ghadi Kya Hai-2024 सभी घड़ियों की तरह इस वैदिक घड़ी में 24 नहीं बल्कि कुल 30 घंटे की टाइमिंग होगी। यह सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को दर्शाएगा। वहीं इस घड़ी में एक घंटा 60 मिनट के बराबर नहीं बल्कि 48 मिनट के बराबर होगा।
  5. इंटरनेट और जीपीएस कनेक्शन- विक्रमादित्य वैदिक घड़ी इंटरनेट और जीपीएस से जुड़ा हुआ है। वहीं इस घड़ी का ऐप हर कोई डाउनलोड कर सकता है। वॉच टावर पर एक टेलिस्कोप भी लगाया गया है। इस घड़ी की एक और बड़ी खासियत है जो इसे सबसे यूनिक बनाती है, यह वैदिक घड़ी भारत के सभी प्रमुख मंदिरों से जुड़ी हुई है। ऐसे में इस घड़ी के उद्घाटन के बाद दुनिया को एक बहुत बड़ा तोहफा मिला है।

Vedic Ghadi Kya Hai-2024 विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का लोकार्पण करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारी सरकार विरासत और विकास को कैसे एक साथ लेकर चलती है इसका प्रमाण उज्जैन में लगी वैदिक घड़ी भी है। बाबा महाकाल की नगरी कभी पूरी दुनिया के लिए काल अगला गणना की केंद्र थी। लेकिन उस महत्व को भूला दिया गया थ लेख अब हमने विश्व की पहली विक्रमादित्य वैदिक घड़ी फिर से स्थापित की है।’

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अलग-अलग ग्राफिक्स (Vedic Ghadi Kya Hai-2024)

Vedic Ghadi Kya Hai-2024 वैदिक घड़ी की एक नहीं बल्कि कई खासियतें हैं। इस घड़ी में ग्राफिक्स का भी इस्तेमाल किया गया है। हर घंटे में अलग-अलग तस्वीरें इस घड़ी में दिखाई देगी। साथ ही देश व दुनिया भर में सूर्यास्त और सूर्य ग्रहण व चंद्र ग्रहण को भी इसमें दर्ज किया जाएगा और लोगों तक उसकी जानकारी पहुंचेगी। इस घड़ी का उपयोग मोबाइल ऐप के जरिए लोग अपने फोन में भी कर सकते हैं। साथ ही अगर घड़ी में किसी तरह का बदलाव होता है तो वो आपके मोबाइल एप्प पर भी देखने को मिलेगा।

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Vedic Ghadi Kya Hai-2024 वर्तमान में प्रचलित घड़ी मेकेनिकल होने से दिन व रात को बराबर 12-12 घण्टों में बाँटती है परन्तु वास्तव में सम्पूर्ण विश्व में दिन व रात एक जैसे नहीं होते हैं। सूर्य उदय के समयानुसार हर शहर का दिन-रात का समय अलग-अलग होता है यह वैदिक घड़ी सूर्य सिध्दान्त पर कार्य करती है। सूर्योदय से समय की गणना करती है दिन भर के 15 मुहूर्त व रात्रि के 15 मुहूर्त दर्शाती है।

इसे भविष्य में शीघ्र ही मोबाइल एप रिष्टवॉच (कलाई घडी) दीवार घड़ी के रूप में लाँच किया जावेगा। पत्रकार वार्ता में म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिक परिषद के वैज्ञानिक राजेश शर्मा भोपाल, आचार्य वराहमिहिर वेधशाला डोंगला प्रकल्प प्रमुख घनश्याम रतनानी व विक्रम विश्वविद्यालय कार्य परिषद सदस्य श्री राजेश सिंह कुशवाह मंचासीन थे।

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