Soybean Ki Fasal Ke Bachav Ke Upay-2022 सोयाबीन की फसल 1 माह की होने के बाद किसान भाई क्या करें, क्या ना करें, कृषि विशेषज्ञों के द्वारा सलाह जारी की
Soybean Ki Fasal Ke Bachav Ke Upay-2022 मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास श्री आरपीएस नायक ने जानकारी दी कि जिले में इस वर्ष बोवनी की तिथियों में भिन्नता देखी गई है। कुछ क्षेत्रों में सोयाबीन की फसल 25 से 30 दिन, कुछ क्षेत्रों में 15-20 दिन की हुई है। अतः उक्त परिस्थिति में सोयाबीन उत्पादक कृषकों को भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थानए इंदौर की अनुशंसा के आधार पर कृषि विभाग द्वारा जिले के किसानों को निम्नानुसार सलाह दी जाती है।
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किसानों के लिए सलाह Soybean Ki Fasal Ke Bachav Ke Upay-2022
Soybean Ki Fasal Ke Bachav Ke Upay-2022 लगातार वर्षा होने की स्थिति में अपने खेत से अतिरिक्त जल.निकासी की व्यवस्था सुनिश्ति करें। अपने खेत की नियमित निगरानी करें एवं 3.4 जगह के पौधों को हिलाकर सुनिश्ति करें कि क्या आपके खेत में किसी इल्लीध्कीट का प्रकोप हुआ है या नहीं और यदि हैंए तो कीडों की अवस्था क्या हैंघ् तदानुसार उनके नियंत्रण के उपाय अपनाये। पीला मोजेक रोग से सुरक्षा हेतु रोगवाहक कीट सफेद मक्खी के नियंत्रण के लिए अपने खेत में विभन्न स्थानों पर पीला स्टिकी ट्रैप लगाएं।
सोयाबीन की फसल के लिए जैविक नियंत्रण Soybean Ki Fasal Ke Bachav Ke Upay-2022
Soybean Ki Fasal Ke Bachav Ke Upay-2022 कीटों के आरम्भिक अवस्था में जैविक कट नियंत्रण हेतु बी.टी एवं ब्यूवेरीया बैसियाना आधरित जैविक कीटनाशक 1 किलोग्राम या 1 लीटर प्रति हेक्टर की दर से बुवाई के 35-40 दिन तथा 50-55 दिन बाद छिड़काव करें। एन.पी.वी. का 250 एल.ई समतुल्य का 500 लीटर पानी में घोलकर बनाकर प्रति छिड़काव करें। रासायनिक कीटनाशकों की जगह जैविक कीटनाशकों को अदला बदली कर डालना लाभदायक होता है।
- गर्डल बीटल प्रभावित क्षेत्र में जे.एस. 335, जे.एस. 80 – 21, जे.एस 90 – 41, लगावें
- निंदाई के समय प्रभावित टहनियां तोड़कर नष्ट कर दें
- कटाई के पश्चात बंडलों को सीधे गहाई स्थल पर ले जावें
- तने की मक्खी के प्रकोप के समय छिड़काव शीघ्र करें
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तना मक्खी नियंत्रण हेतु सलाह Soybean Ki Fasal Ke Bachav Ke Upay-2022
Soybean Ki Fasal Ke Bachav Ke Upay-2022 तना मक्खी के नियंत्रण हेतु सलाह है कि पूर्वमिश्रित कीटनाशक थायोमिथोक्सम 12.60 प्रतिशत+लैम्ब्डा सायहेलोथ्रिन 9.50 प्रतिशत+जेडसी (125 मिली प्रति हेक्टेयर) का छिडकाव करें। सोयाबीन की फसल में पक्षियों की बैठने हेतु ‘टी’ आकार के बर्ड. पर्चेस लगाये। इससे कीटभक्षी पक्षियों द्वारा भी इल्लियों की संख्या कम करने में सहायता मिलती है। किसी भी प्रकार का कृषि आदान क्रय करते समय दुकानदार से हमेशा पक्का बिल लें जिस पर बैच नंबर एवं एक्सपायरी दिनांक स्पष्ट लिखा हो। सोयाबीन का जैविक उत्पादन लेने वाले किसान कृपया पत्ती खाने वाली इल्लियों (सेमीलूपर, तम्बाकू की इल्ली) से फसल की सुरक्षा एवं प्रारंभिक अवस्था में रोकथाम हेतु बेसिलस थुरिन्जिएन्सिस अथवा ब्युवेरिया बेसिआना या नोमुरिया रिलेयी (1 लीटर प्रति हेक्टेयर) का प्रयोग करें।
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सोयाबीन की फसल में लगने वाली बीमारियों के बचाव के लिए कीटनाशक Soybean Ki Fasal Ke Bachav Ke Upay-2022
Soybean Ki Fasal Ke Bachav Ke Upay-2022 सोयाबीन फसल में तम्बाकू की इल्ली एवं चने की इल्लियों के प्रबंधन हेतु बाजार में उपलब्ध कीट विशेष फेरोमोन ट्रैप या प्रकाश प्रपंच लगाये। जहाँ पर फसल 15-20 दिन की हो गई हो, पत्ती खाने वाले कीटों से सुरक्षा हेतु फूल आने से पहले ही सोयाबीन फसल में क्लोरइंट्रानिलिप्रोल 18.5 एससी (150 मिली प्रति हेक्टेयर) का छिडकाव करें। इससे अगले 30 दिनों तक पर्णभक्षी कीटों से सुरक्षा मिलेगी। तम्बाकू की इल्ली के नियंत्रण हेतु निम्न में से किसी एक कीटनाशक का छिडकाव करने की सलाह है। इससे पत्ती खाने वाली अन्य इल्लियों (चने की इल्ली या सेमीलूपर इल्ली) का भी नियंत्रण होगा। लैम्बडा सायहेलोथ्रिन 4.90 सीएस (300 मिली प्रति हेक्टेयर) या क्विनालफॉस 25 ईसी (1 लीटर प्रति हेक्टेयर) या क्लोरएन्ट्रानिलिप्रोल 18.5 एससी (150 मिली प्रति हेक्टेयर) या इमामेक्टिन बेंजोएट 1.90 (425 मिली प्रति हेक्टेयर) या इंडोक्साकार्ब 15.8 एससी (333 मिली प्रति हेक्टेयर) या प्रोफेनोफॉस 50 ईसी (1 लीटर प्रति हेक्टेयर) या स्पायनेटोरम 11.7 एससी (450 मिली प्रति हेक्टेयर)।
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Soybean Ki Fasal Ke Bachav Ke Upay-2022 कुछ क्षेत्रों में बिहार हेयरी कैटरपिलर का प्रकोप प्रारंभ होने की सूचना हैं। किसानों को सलाह है कि प्रारंभिक अवस्था में झुण्ड में रहने वाली इन इल्लियों को पौधे सहित खेत से निष्कासित करें एवं इसके नियंत्रण हेतु फसल पर क्विनालफॉस 25 ईसी (1 लीटर प्रति हेक्टेयर) या लैम्बडा सायहेलोथ्रिन 4.90 सीएस, 300 मिली प्रति हेक्टेयर या इंडोक्साकार्ब 15.8 एससी, 333 मिली प्रति हेक्टेयर का छिडकाव करें। कुछ क्षेत्रो में रायजोक्टोनिया एरिअल ब्लाइट का प्रकाप होने की सूचना प्राप्त हुई है। कृषकों को सलाह हैं कि नियंत्रण के लिए हेक्साकोनाझोल 5 ईसी (1 मिली प्रति लीटर पानी) का छिडकाव करें।
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