Sunday, June 16, 2024
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Ram Mandir Ayodhya-2023 राम मंदिर का निर्माण कार्य 60 प्रतिशत से ज्यादा पूरा, जानिए क्या बन गया है, और क्या बनने वाला है

Ram Mandir Ayodhya-2023 मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में राम मंदिर निर्माण में आई तेजी, श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी जानकारी, वर्ष 2024 की शुरुआत में श्रद्धालुओं को हो सकेंगे भगवान श्रीराम के दर्शन

Ram Mandir Ayodhya-2023 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का निर्माण तेज गति से किया जा रहा है। श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार मंदिर निर्माण का 60 प्रतिशत से अधिक कार्य संपन्न हो चुका है। निर्माण कार्य की तेजी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अगले साल यानी जनवरी 2024 में मकर संक्रांति के अवसर पर मंदिर के गर्भ गृह में भगवान राम के बालस्वरूप की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसका मतलब ये है कि अगले साल मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं को विश्व के सबसे दिव्य और भव्य राम मंदिर में रामलला के दर्शन हो सकेंगे।

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बाल स्वरूप में विराजमान होंगे भगवान (Ram Mandir Ayodhya-2023)

Ram Mandir Ayodhya-2023 श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि गर्भगृह में विराजमान होने वाले भगवान श्रीराम की मूर्ति 5 वर्ष से 7 वर्ष के बीच बालक स्वरूप में होगी। इसके साथ ही उस मूर्ति में उंगलियां कैसी हों, चेहरा कैसा हो, आंखें कैसी हों इस बात पर देश के बड़े-बड़े मूर्तिकार अभी से मंथन करने में जुट गए हैं। हालांकि ट्रस्ट के मुताबिक भगवान श्रीराम की मूर्ति 8.5″ फीट लंबी होगी जिसको बनाने में 5 से 6 महीने का वक्त भी लगेगा। चंपत राय ने बताया कि भगवान की मूर्ति का स्वरूप नीलाम्बुजश्यामलकोमलाङ्गं के तर्ज पर होगा। मूर्ति के लिए ऐसे पत्थरों का चयन किया जाएगा जो आकाश के रंग का हो यानी आसमानी रंग का हो। इसके साथ ही महाराष्ट्र और उड़ीसा के मूर्तिकला के विद्वानों ने आश्वासन दिया है कि ऐसा पत्थर उनके पास उपलब्ध है। उड़ीसा के पद्मश्री से सम्मानित मूर्तिकार सुदर्शन साहू, वासुदेव कामात तथा कर्नाटक के रमैया वाडेकर वरिष्ठ मूर्तिकार इसमें शामिल हैं। ट्रस्ट ने अभी इन मूर्तिकारों से मूर्ति का डायग्राम तैयार करने को कहा है लिहाजा भगवान की आंख से लेकर चरणों तक श्रद्धालुओं को आसानी से दर्शन हो सकें, इसका भी वैज्ञानिक अध्ययन कर रहे हैं। इसके साथ ही भगवान राम लला की 5 वर्ष के बालक की खड़ी हुई मूर्ति पर विचार विमर्श चल रहा है।

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भगवान श्री राम के मस्तक का होगा सूर्य तिलक (Ram Mandir Ayodhya-2023)

Ram Mandir Ayodhya-2023 श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के अनुसार, इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि रामनवमी के दिन भगवान के मस्तक को सूर्य की किरणों का तिलक हो। वैज्ञानिकों ने जो सुझाव दिया है उसके अनुसार रामलला की मूर्ति का मस्तक फ्लोर से 8 फुट 7 इंच ऊपर होना चाहिए तभी सूर्य के प्रकाश की किरण उस पर आकर पड़ेगी। इसी आधार पर मूर्ति के पैडस्टल का निर्माण होगा। इसका प्रयोग रुड़की में सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट कर रही है। इसका पहला ट्रायल सफल हो गया है। उन्होंने बताया कि मंदिर के चारों ओर भगवान राम के जीवन के 100 प्रसंगों को पत्थरों में उकेरा जाएगा। एक प्रसंग जिस पत्थर में तैयार होगा, वह 6 फुट लंबा और 5 फुट ऊंचा और ढाई फुट मोटा होगा।

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गर्भ गृह के अतिरिक्त होंगे पांच मंडप (Ram Mandir Ayodhya-2023)

Ram Mandir Ayodhya-2023 श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि गर्भगृह के अतिरिक्त पांच मंडप और होंगे। तीन मंडप प्रवेश द्वार से गर्भ गृह की ओर और दो मंडप अगल-बगल होंगे। उन्हें कीर्तन मंडप कहा गया है। गर्भ गृह में व्हाइट मार्बल का इस्तेमाल किया गया है। गर्भ गृह की दीवार और फर्श भी मार्बल की होगी। गर्भ गृह के चारों ओर दीवारें तैयार हो गई हैं। गर्भ गृह के चारों ओर परिक्रमा मार्ग भी बन रहा है। सभी खंभों और दीवारों पर करीब 7 हजार मूर्तियां बनेंगी। इसके साथ ही एक कोने पर भगवती, दूसरे कोने पर गणपति, तीसरे कोने पर भगवान शंकर की मूर्ति होगी। बीच में भगवान राम होंगे। परकोटे के दक्षिण में हनुमान जी और उत्तर में अन्नपूर्णा की मूर्ति स्थापित की जाएगी। संतों ने इसकी परिकल्पना की है। मंदिर से आधा किमी. दूर तीर्थयात्री सुविधा केंद्र का भी निर्माण कार्य शुरू हो गया है। मंदिर के पश्चिम दिशा में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का काम शुरू हो गया है। मंदिर का मुख्य पावर स्टेशन और सब स्टेशन का काम भी शुरू हो चुका है।

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राम मंदिर के चारों तरफ परकोटे का निर्माण भी किया जाएगा (Ram Mandir Ayodhya-2023)

Ram Mandir Ayodhya-2023 राम मंदिर की भव्यता के लिए इसके चारों तरफ परकोटे का निर्माण भी किया जाएगा। ट्रस्ट के अनुसार यह परकोटा 14 फीट चौड़ा होगा। इसके साथ यह चारों दिशाओं में आयताकार होगा ताकि रामभक्त आसानी से परिक्रमा कर सकें। इस परकोटे के चारों कोनों पर भी मंदिर बनाए जाने प्रस्तावित हैं। इस परकोटे के दीवारों पर भगवान श्रीराम से जुड़े चित्रों को भी प्रदर्शित किया जाएगा। परकोटे की कुल लंबाई 800 मीटर होगी। परकोटे के दीवारों पर करीब 150 चित्र बनाए जाएंगे।

Ram Mandir Ayodhya-2023

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राम मंदिर निर्माण में 800 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं (Ram Mandir Ayodhya-2023)

Ram Mandir Ayodhya-2023 जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने बताया क‍ि मंद‍िर का प्रथम तल इस साल अक्टूबर तक बनकर तैयार हो जाएगा। वहीं जनवरी 2024 में गर्भगृह में रामलला व‍िराजेंगे। मंद‍िर निर्माण क्षेत्र में राजस्‍थान से आए पत्‍थरों पर कारीगर ड‍िजाइन उकेर रहे हैं। खूबसरती के साथ एक-एक पत्‍थर को मंद‍िर में लगाने के ल‍िए तैयार क‍िया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मंद‍िर न‍िर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। गर्भगृह के आसपास की दीवारें चारों तैयार हो चुकी हैं। मंद‍िर की भाषा में इन दीवारों को मनडोवर कहा गया है। ये दीवार भी पत्‍थरों की ऊंचाई के साथ एक साथ ऊपर चल रही हैं। मंदिर निर्माण में करीब 800 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। कुल खर्च का अनुमान करीब 1800 करोड़ रुपए लगाया गया है।

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अयोध्या के स्वर्गद्वार का महत्व क्यु स्वर्ग कहा जाता है (Ram Mandir Ayodhya-2023)

Ram Mandir Ayodhya-2023 सरयू तट के सहस्त्रधारा तीर्थ से लेकर पूर्व दिशा में 636 धनुष या 1272 गज या 1.16 किमी.तक पुराण के ज्ञाताओं ने स्वर्गद्वार का विस्तार बतलाया है। अयोध्या में स्वर्गद्वार के नाम से एक विशिष्ट महत्व वाला मोहल्ला है, जिसकी मान्यता विष्णु पुराण और वाल्मीकि रामायण में मिलता है। इस स्वर्गद्वार की स्थापना विश्वामित्र ने की थी. विश्वामित्र ने राजा त्रिशंकु की सेवा से खुश होकर वरदान मांगने को कहा, जिस पर राजा त्रिशंकु ने सशरीर स्वर्ग प्राप्ति का वरदान मांगा। महर्षि विश्वामित्र ने इसके लिए विशेष यज्ञ कराया था, जिस स्थान में यज्ञ हुआ, उसी स्थान को स्वर्गद्वार के नाम से जाना जाता है। यह क्षेत्र प्राचीन भी है और पुण्य क्षेत्र वाला भी है.काल की गणना के अनुसार सरयू की सहस्त्रधारा से पूर्व की ओर 200 धनुष और फिर दक्षिण की ओर 200 धनुष की जमीन का माप किया. उसी क्षेत्र में यज्ञ शुरू किया गया. इसी स्थान से त्रिशंकु को स्वर्ग भेजा गया। उसके बाद से आज तक इसे स्वर्गद्वार के नाम से जाना जाता है।

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समय सीमा से पहले बनकर तैयार होगा राम मंदिर (Ram Mandir Ayodhya-2023)

Ram Mandir Ayodhya-2023 श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने शुक्रवार को बताया कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर अपनी तय समय सीमा से पहले बनकर तैयार होगा। मंदिर का निर्माण तेज गति के साथ चल रहा है। अक्टूबर 2023 तक मंदिर के प्रथम तल का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। 2024 मकरसंक्रांति तक भगवान रामलला की मंदिर के गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी तक जो तैयारी है उसके मुताबिक प्राण प्रतिष्ठा का काम 1 जनवरी से 14 जनवरी के बीच करने की योजना है। मंदिर का लगभग 62 प्रतिशत निर्माण कार्य अब तक पूरा कर लिया गया है। मंदिर का काम 3 फेज में होना है। पहले फेज का काम दिसंबर 2023 में पूरा हो जाएगा। इसमें गर्भगृह भी शामिल है।

Ram Mandir Ayodhya-2023

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राम मंदिर दिसंबर 2023 तक बनकर हो जाएगा तैयार (Ram Mandir Ayodhya-2023)

Ram Mandir Ayodhya-2023 मुख्यमंत्री योगी ने राम मंदिर निर्माण को लेकर ने बताया कि हमारे प्रधानमंत्री मोदी के नेतृ्त्व में नए भारत में किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाता है। इसी वर्ष दिसंबर 2023 में आयोध्या के राम मंदिर का निर्माण कार्य संपन्न हो जाएगा। ये भारत का राष्ट्र मंदिर है जहां समाज के हर तबके को सम्मान दिया जाएगा। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने राम मंदिर निर्माण के बारे में बताया कि पिलर, बीम के ऊपर छत का काम लगभग अक्टूबर में खत्म हो जाएगा। 2023 में ग्राउंड फ्लोर का काम हो जाएगा। खंभों और दीवारों पर करीब 7000 मूर्तियां बननी है उसके लिए मूर्तिकार ढूंढने का काम किया जा रहा है।उन्होंने आगे कहा कि विद्वानों का विचार है कि राम लला की मूर्ति खड़ी होनी चाहिए। ये लगभग 5.5 फीट का होगा। राम के जीवन के 100 प्रसंग पत्थरों में उभारे जाएंगे। चारो ओर बनने वाले परकोटा की खुदाई शुरू हो गई है..चार कोने पर चार मंदिर होंगे। आपको बता दें कि अयोध्या में श्री राम मंदिर का विकास कार्य तेज गति से हो रहा है। देश के सभी लोग इसके पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं। बताया जा रहा है, कि 2024 तक मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। इस बीच अब श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बड़ा ऐलान किया था।

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