International Cyber Fraud-2024 जापान और सिंगापुर बेस्ड कंपनियों से 44 लाख सीज कर भारत लाए, MTFE क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड रतलाम पुलिस विदेश से लाई रुपये, पुलिस का दावा मध्यप्रदेश का पहला मामला
International Cyber Fraud-2024 रतलाम पुलिस के हत्थे चढ़ा अंतररराष्ट्रीय गिरोह, विदेशी कंपनियों में जमा धोखाधड़ी का 43.77 लाख रुपया वापस भारत लाए। रतलाम पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि 11 माह पूर्व 24 अगस्त 23 को ठगी का शिकार हुए सलीम पिता काले खान ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मोहम्मद फेज उर्फ निक्कू, आजम खान, हुजेफा जम्माली बोहरा, आलोक पाल, वाजीद और वसीम द्वारा लगभग 20 लाख 76 हजार की ठगी की गई थी। जावरा औद्योगिक क्षेत्र थाना में आरोपियों के खिलाफ धारा 406, 420, 120-बी भारतीय दंड संहिता एवं 21(1), 21(2), 21 (3) अनियमित जमा योजना प्रतिबंध अधिनियम पर केस दर्ज किया था।
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एमटीएफई एप्प के माध्यम से आम जनता के साथ धोखाधडी करते थे (International Cyber Fraud-2024)
International Cyber Fraud-2024 जांच में पुलिस ने पाया था कि आरोपियों द्वारा एमटीएफई एप्प के माध्यम से आम जनता को उनके निवेश पर अधिक राशि रिटर्न का वादा कर लालच दिया। आरोपियों ने क्रिप्टो करेंसी के नाम से राशि जमा पर प्रतिमाह 30 प्रतिशत मासिक रिटर्न देने का झांसा दिया था। आसानी से रुपए कमाने वाली इस स्कीम के लालच में लोगों ने विश्वास कर लिया और मेहनत की लाखों रुपए की कमाई एमटीएफई फर्जी क्रिप्टो एक्सजेंस पर लगा दी थी। कुछ समय बाद एमटीएफई (MTFE) कंपनी द्वारा सैकड़ों आमजन लोगों से ठगी कर कंपनी बंद कर दी। लोगों की लाखों रुपए की जमा राशि इसमें डूब गई थी।
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266 पीड़ितों की राशि डूबी (International Cyber Fraud-2024)
International Cyber Fraud-2024 रतलाम पुलिस ने शिकायत के बाद पूरे मामले की जांच की। गिरोह द्वारा आम जन को दिए गए क्यूआर कोड / टीआरसी-20 के एड्रेस को पुलिस ने एक-एक कर एकत्रित किया। इसमें लगभग 266 पीड़ितों से लगभग 1 करोड़ 43 लाख रुपए की ठगी रतलाम जिले में होना पाया गया था। जांच में सायबर टीम ने पाया कि एमटीएफई कंपनी द्वारा आमजन से की गई धोखाधड़ी में जावरा और रतलाम के दोनों केस में एमटीएफई के सीईओ हुजेफा जमाली एवं गोविंद सिंह चंद्रावत समेत कुल 8 आरोपी प्रमुख हैं।
International Cyber Fraud-2024 सबसे पहले पुलिस ने इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया। एमटीएफई फ्रॉड में संलिप्त कलिन कंपनी के डायरेक्टर योगानंदा बमोरे से पूछताछ पर उससे इंटरनेशनल क्रिप्टो करेंसी प्लेटफॉर्म बायनेंस, हुओबी, टीआरसी-20 आदि क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज प्लेटफार्म के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई।
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भारत सहित अनेक देशों में फ्राॅड किया गया (International Cyber Fraud-2024)
International Cyber Fraud-2024 विभिन्न माध्यमों से जानकारी प्राप्त कर पुलिस ने करीब 10.48 लाख टीआरसी 20 के एड्रेस प्राप्त किए, जिनमें एमटीएफई क्यूआर कोड द्वारा बड़ी मात्रा में रुपयों का लेनदेन अलग-अलग देशों से करना पाया गया। इनका एनालिसिस करने पर एमटीएफई द्वारा भारत के अलावा श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान व नाइजीरिया में भी इस तरह का फ्राड करने पाया गया।
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कोर्ट के आदेश से सरकारी खाते में लिए रुपये (International Cyber Fraud-2024)
International Cyber Fraud-2024 रतलाम पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढा व सायबल सेल ने बाइनेंस कंपनी से गुगल मीट व मेल के जरिए संपर्क कर जानाकरी ली। जांच में पाया गया कि एमटीएफई खाते से कनेक्टेड बायनेंस के 41 खातों में रुपये ट्रांसफर किए थे। पुलिस ने न्यायालय के आदेश से उक्त खातों को फ्रिज कराया। उक्त खातों में करीब 44141 डालर (भारतीय मुद्रा में 43.77 लाख 503 रुपये) जमा थे। उक्त राशि लेने के लिए राजस्व नाम से सरकारी खाते खोले गया। उक्त राशि अपराध से संबंधित होने से शासकीय खाते में लेने के लिए बायनेंस कंपनी से पत्राचार किया गया तथा उक्त राशि सरकारी खातों में रिफंड कराई गई।
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फर्जीवाड़ा करने के लिए बनाया साम्राज्य (International Cyber Fraud-2024)
International Cyber Fraud-2024 इस फर्जीवाड़े के तार जापान, श्रीलंका, बांग्लादेश, मलेशिया सिंगापुर तक फैले हुए हैं. रतलाम पुलिस ने बाईनेंस कंपनी (स्पेन) से 44 लाख रुपये फ्रिज करवाए हैं. बाइनेंस इंटरनेशनल एप है जिससे निजी कंपनियों के अकाउंट में क्रिप्टोकरंसी के रुप में पैसा ट्रांसफर होता था और इन कंपनियों से MEFT के ठगों के पास. धोखाधड़ी कि राशि अरबों रुपए की है।
International Cyber Fraud-2024 इसमें इन्वेस्टर्स को धनराशि दुगुनी तिगुनी करने का लालच देकर अपने जाल में फांसा जाता है. फिर उनका पैसा लगवाया गया. पैसा लगवाकर कंपनी बंद हो गई. एमटीएफई के जालसाजो का कहना था कि जनता के पैसों की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से ट्रेडिंग करते हैं. इसमें होने वाले मुनाफे का बड़ा हिस्सा इन्वेस्टर को दिया जाता है. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था सब कुछ फर्जी था।
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कैसे हुआ करोड़ों की ठगी का खुलासा (International Cyber Fraud-2024)
International Cyber Fraud-2024 सबसे पहले अगस्त 2023 में रतलाम के जावरा पुलिस थाने में कुछ शिकायतकर्ताओं ने एमएलएम बिजनेस कंपनी एमटीएफई के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें उनके द्वारा कंपनी में निवेश किए जाने और रुपए डूब जाने की शिकायत की गई थी. मामला जब रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के संज्ञान में आया तो इस मामले की गहराई से जांच की गई. इस क्षेत्र में कंपनी चला रहे नीमच निवासी हुजैफा जमाली और उसके अन्य साथियों को गिरफ्तार किया गया।
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इनकी रही सरहानीय भूमिका (International Cyber Fraud-2024)
International Cyber Fraud-2024 इंटरनेशनल बायनेंस क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म से आमजनता की राशि वापस भारत लाने में सायबर सेल प्रभारी अमित शर्मा, आरक्षक विपुल भावसार, आरक्षक राहुल पाटीदार सहित स्टेशन रोड थाना प्रभारी दिनेश कुमार भोजक, उपनिरीक्षक राकेश मेहरा, प्रधान आरक्षक राहुल जाट, आरक्षक अभिषेक पाठक एवं सायबर सेल के प्रधान आरक्षक मनमोहन शर्मा, हिम्मतसिंह गोड़, प्रधान आरक्षक लक्ष्मीनारायण सूर्यवंशी, आरक्षक मयंक व्यास, तुषार सिसौदिया की भूमिका सराहनीय रही।