Sunday, June 16, 2024
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Doodh Ganga Yojana-2022 किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी डेयरी फार्मिंग व्यवसाय के लिए मिलेंगे 24 लाख रुपये

Doodh Ganga Yojana-2022 किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी हिमाचल प्रदेश सरकार दूध गंगा योजना के अंतर्गत किसानों को डेयरी फार्मिंग व्यवसाय के लिए मिलेंगे 24 लाख रुपये तक सहायता मिलेगी

Doodh Ganga Yojana-2022 देश में दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से कई प्रकार की योजनाएं संचालित की जा रही है। आज भी देश में जितनी दूध की खपत है, उतना दूध का उत्पादन देश में नहीं हो पा रहा है। पशुधन को समृद्ध बनाने को लेकर सरकार की ओर से विभिन्न योजनाओं के माध्यम से किसानों को लाभ दिया जाता है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को कम ब्याज पर ऋण और सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। ये सब्सिडी अलग अलग राज्य सरकारें अपने स्तर से प्रदान करती है। इस कार्य में नाबार्ड की अहम भूमिका रहती है। इसी दौरान हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से राज्य में दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए दूध गंगा योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को दुधारू पशु पालने के लिए बड़े स्तर पर बिजनेस करने के लिए ऋण दिया जाता है। और सब्सिडी भी दी जाती है। इस योजना में किसानों को अधिकतम 24 लाख तक का ऋण दिया जाएगा। जिस पर सब्सिडी का लाभ भी दिया जाएगा इस योजना के तहत राज्य में किसानों को लाभ लेकर दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए साथ ही इससे अच्छी कमाई कर सकते हैं।

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दूध गंगा योजना क्या है (Doodh Ganga Yojana-2022)

Doodh Ganga Yojana-2022 प्रदेश में दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने दूध गंगा योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश सरकार की ओर से सब्सिडी का लाभ भी प्रदेश के किसानों को दिया जाएगा। यह सब्सिडी उत्तम नस्ल की गाय और भैंस खरीदने के लिए दी जाएगी। यह योजना कई वर्षों से चल रही है। इस योजना को भारत सरकार के पशुपालन विभाग की ओर से डेयरी उद्यम पूंजी योजना के रूप में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक के माध्यम से शुरू किया गया। इस योजना के अंतर्गत डेयरी फार्मिंग में लगे सुक्ष्म उद्यमों को संगठित डेयरी व्यवसाय उद्योगों में बदलना है। आपको बता दें कि डेयरी वेंचर कैपिटल फंड सितंबर 2010 में इस परियोजना के आर्थिक सहायता के स्वरूप में बदलाव किया गया। इसके बाद इसका नया नाम डेयरी एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट स्कीम (DEDS) रखा गया है। जिसमें ब्याज युक्त ऋण के बदले छूट देने की व्यवस्था है।

दूध गंगा योजना का उद्देश्य (Doodh Ganga Yojana-2022)

Doodh Ganga Yojana-2022 दूध गंगा योजना का उद्देश्य इस प्रकार है:-

1. स्वच्छ दूध उत्पादन के लिए आधुनिक डेयरी फॉर्म तैयार करना।
2. उत्तम नस्ल के दुधारू पशुओं को तैयार करने तथा उनके संरक्षण हेतु बछड़ी पालन को प्रोत्साहन देना।
3. असंगठित क्षेत्र में आधारभूत बदलाव लाकर दूध के शुरुआती उत्पादों को ग्राम स्तर पर ही तैयार करवाना।
4. दूध उत्पादन के परंपरागत तरीकों को उन्नत कर व्यावसयिक स्तर पर लाना।
5. जो रोजगार उन्नत करना तथा असंगठित डेरी क्षेत्र को मूलाधार सुविधा देना।

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दूध गंगा योजना में कितनी सब्सिडी मिलती है (Doodh Ganga Yojana-2022)

Doodh Ganga Yojana-2022 दूध योजना के अंतर्गत एससी, एसटी वर्ग के किसानों को 33% एवं सामान्य वर्ग ही किसानों को 25% सब्सिडी मिलती है। प्रदेश सरकार की ओर से इस योजना के अंतर्गत अतिरिक्त सब्सिडी का भी प्रावधान किया गया है। केंद्र सरकार के अलावा किसानों को राज्य सरकार की ओर से देसी गाय व भैंस खरीदने पर 20% और जर्सी गाय खरीदने पर 10% अतिरिक्त सहायता प्रदान की जाती है।

इस योजना के अंतर्गत दी जाने वाली सब्सिडी के लिए निम्नलिखित प्रावधान है:-

1. दूध गंगा योजना (Doodh Ganga Yojana-2022) के अंतर्गत किसानों को 2 से 10 दुधारू पशुओं के लिए 5 लाख तक का ऋण प्रदान किया जाता है।

2. इस योजना के तहत 5 से 20 तक का बछड़ा पालन के लिए ₹4.80 लाख का ऋण मिल सकता है।

3. वर्मी कंपोस्ट (दुधारू गायों के इकाई के साथ जुड़ा होगा) के लिए 0.20 लाख रुपए का ऋण दिया जाता है।

4. दूध दोहने की मशीन/मिल्कोटैस्टर/बड़े दूध कूलर इकाई (2000 लीटर तक) के लिए 18.00 लाख रुपए का ऋण प्रदान करना।

5. दूध से देसी उत्पादन बनाने की इकाइयों के लिए 12.00 लाख तक ऋण मिल सकता है।

6. दूध उत्पादकों की ढुलाई तथा कोल्ड चैन सुविधा के लिए 24.00 लाख रुपए का ऋण प्रदान किया जाता है।

7. दूध एवं दूध के उत्पादों को शीत भंडारण यानि कोल्ड स्टोरेज के लिए 30.00 लाख रुपए का ऋण दिया जाता है।

8. निजी पशु चिकित्सा इकाइयों के लिए ऋण व्यवस्था:-
(1) मोबाइल इकाई के लिए 2.40 लाखों रुपए का ऋण दिया जाता है।
(2) स्थाई इकाई के लिए 1.80 लाख रुपए का ऋण मिल सकता है।

9. दूध उत्पाद बेचने हेतु बुथ स्थापना के लिए 0.56 का ऋण दिया जाता है।

  • इस योजना में सामान्य वर्ग के लिए 25% तथा अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के पशुपालकों को ऋण पर 33.33 प्रतिशत अनुदान अंत में समायोजित करने का प्रावधान है।
  • उपरोक्त सभी मदों पर ऋणदाता को कुल ऋण की 10% सीमांत राशि अग्रिम रुप से संबंधित बैंक में जमा करवानी होती है।

Doodh Ganga Yojana-2022

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दूध गंगा योयना का लाभ लेने के लिए आवेदन करें Doodh Ganga Yojana-2022

Doodh Ganga Yojana-2022 दूध गंगा योयना का लाभ लेने के लिए आवेदन इस प्रकार करें:-

  • सबसे पहले आपको हिमाचल प्रदेश की Department Of Animal Husbandry की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
  • इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होमपेज खुलकर आ जाएगा।
Doodh Ganga Yojana-2022 किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी डेयरी फार्मिंग व्यवसाय के लिए मिलेंगे 24 लाख रुपये
  • वेबसाइट के होमपेज पर आपको दूध गंगा योजना के बारे में जानकारी प्राप्त करनी है।
  • इसके बाद आप योजना का लाभ उठा सकते हैं।

इस योजना में 50 प्रतिशत ऋण होगा ब्याज मुक्त (Dhoodh Ganga Yojana-2022)

Dhoodh Ganga Yojana-2022 इस योजना के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह को 10 पशुओं के लिए डेयरी फॉर्म पर 3 लाख रुपए की लागत से ऋण प्रदान किया जाता है। इसमें 50 प्रतिशत ऋण ब्याज मुक्त होता है। यानि आपको केवल 1.50 लाख रुपए की राशि पर ब्याज चुकाना होगा।

दूध गंगा योजना के लिए पात्रता (Dhoodh Ganga Yojana-2022)

Dhoodh Ganga Yojana-2022 दूध गंगा योजना के लिए पात्रता इस प्रकार हैं :-

  • दूध गंगा योजना का व्यक्ति विशेष, स्व सहायता समूह, गैर सरकारी संगठन, दुग्ध संगठन, दुग्ध सहकारी सभाएं तथा कंपनियां आदि इस योजना का लाभ उठा सकती है।
  • इस परिवार के एक से ज्यादा सदस्य भी इस योजना के अंतर्गत अलग-अलग इकाइयां अलग-अलग स्थानों पर स्थापित करके इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। लेकिन उनके द्वारा स्थापित इकाइयों की आपस में दूरी कम से कम 500 मीटर होना अनिवार्य है।

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दूध गंगा योजना की विशेषताएं Dhoodh Ganga Yojana-2022

Dhoodh Ganga Yojana-2022 दूध गंगा योजना की विशेषताएं इस प्रकार है:-

  • भारत के पशुपालन विभाग द्वारा डेयरी उद्यम पूंजी योजना के रूप में राष्ट्री कृषि और ग्रामीण विकास बैंक के माध्यम से इस योजना को शुरू किया गया था।
  • इस योजना को हिमाचल प्रदेश के छोटे फार्मिंग उद्योगों को बड़े फार्मिंग व्यवसाय में बदलने के लिए शुरू किया गया है।
  • हिमाचल प्रदेश Dhoodh Ganga Yojana-2022 भारत के पशुपालन विभाग द्वारा डेयरी उद्यम पूंजी योजना के रूप में राष्ट्री कृषि और ग्रामीण विकास बैंक के माध्यम से इस योजना को शुरू किया गया था।
  • इस योजना को हिमाचल प्रदेश के छोटे फार्मिंग उद्योगों को बड़े फार्मिंग व्यवसाय में बदलने के लिए शुरू किया गया है।
  • हिमाचल प्रदेश Dhoodh Ganga Yojana-2022 के माध्यम से दूध उत्पादन कार्यों में लगे लोगों को 30 लाख रुपए तक का लोन प्रदान किया जाता है। यह लोग अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग प्रदान किया जाता है।
  • साथ ही लोन की राशि पर एससी एवं एसटी के लाभार्थियों को 33% और सामान्य वर्ग के लाभार्थियों को 25% सब्सिडी प्रदान की जाती है।
  • साथ ही लोन की राशि पर एससी एवं एसटी के लाभार्थियों को 33% और सामान्य वर्ग के लाभार्थियों को 25% सब्सिडी प्रदान की जाती है।
  • इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा देसी गाय व भेंस खरीदने पर 20% एवं जर्सी गाय खरीदने पर 10% की ओर अतिरिक्त सब्सिडी मुहैया करवाई जाती है।
  • यह योजना उत्तम नस्ल के दूधारू पशुओं को तैयार एवं उनके संरक्षण के लिए बछड़ी पालन को प्रोत्साहित करेगी।
  • Dhoodh Ganga Yojana के माध्यम राज्य में रोजगार उत्पन्न होगा एवं असंगठित डेयरी क्षेत्र को मूलाधार सुविधा प्राप्त हो सकेगी।
  • इस योजना के माध्यम से राज्य में प्रतिवर्ष 350 लाख लीटर दूध उत्पादन करने का लक्ष्य भी रखा गया है।
  • भारत के पशुपालन विभाग द्वारा डेयरी उद्यम पूंजी योजना के रूप में राष्ट्री कृषि और ग्रामीण विकास बैंक के माध्यम से इस योजना को शुरू किया गया था।
  • इस योजना को हिमाचल प्रदेश के छोटे फार्मिंग उद्योगों को बड़े फार्मिंग व्यवसाय में बदलने के लिए शुरू किया गया है।
  • हिमाचल प्रदेश Dhoodh Ganga Yojana-2022 के माध्यम से दूध उत्पादन कार्यों में लगे लोगों को 30 लाख रुपए तक का लोन प्रदान किया जाता है। यह लोग अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग प्रदान किया जाता है।
  • साथ ही लोन की राशि पर एससी एवं एसटी के लाभार्थियों को 33% और सामान्य वर्ग के लाभार्थियों को 25% सब्सिडी प्रदान की जाती है।
  • साथ ही लोन की राशि पर एससी एवं एसटी के लाभार्थियों को 33% और सामान्य वर्ग के लाभार्थियों को 25% सब्सिडी प्रदान की जाती है।
  • इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा देसी गाय व भेंस खरीदने पर 20% एवं जर्सी गाय खरीदने पर 10% की ओर अतिरिक्त सब्सिडी मुहैया करवाई जाती है।
  • यह योजना उत्तम नस्ल के दूधारू पशुओं को तैयार एवं उनके संरक्षण के लिए बछड़ी पालन को प्रोत्साहित करेगी।
  • Dhoodh Ganga Yojana के माध्यम राज्य में रोजगार उत्पन्न होगा एवं असंगठित डेयरी क्षेत्र को मूलाधार सुविधा प्राप्त हो सकेगी।
  • इस योजना के माध्यम से राज्य में प्रतिवर्ष 350 लाख लीटर दूध उत्पादन करने का लक्ष्य भी रखा गया है।
  •  के माध्यम से दूध उत्पादन कार्यों में लगे लोगों को 30 लाख रुपए तक का लोन प्रदान किया जाता है। यह लोग अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग प्रदान किया जाता है।
  • साथ ही लोन की राशि पर एससी एवं एसटी के लाभार्थियों को 33% और सामान्य वर्ग के लाभार्थियों को 25% सब्सिडी प्रदान की जाती है।
  • साथ ही लोन की राशि पर एससी एवं एसटी के लाभार्थियों को 33% और सामान्य वर्ग के लाभार्थियों को 25% सब्सिडी प्रदान की जाती है।
  • इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा देसी गाय व भेंस खरीदने पर 20% एवं जर्सी गाय खरीदने पर 10% की ओर अतिरिक्त सब्सिडी मुहैया करवाई जाती है।
  • यह योजना उत्तम नस्ल के दूधारू पशुओं को तैयार एवं उनके संरक्षण के लिए बछड़ी पालन को प्रोत्साहित करेगी।
  • Dhoodh Ganga Yojana-2022 के माध्यम राज्य में रोजगार उत्पन्न होगा एवं असंगठित डेयरी क्षेत्र को मूलाधार सुविधा प्राप्त हो सकेगी।
  • इस योजना के माध्यम से राज्य में प्रतिवर्ष 350 लाख लीटर दूध उत्पादन करने का लक्ष्य भी रखा गया है।

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Doodh Ganga Yojana-2022
दूध गंगा योजना में आवेदन करने के लिए जरुरी दस्तावेज (Dhoodh Ganga Yojana-2022)

Dhoodh Ganga Yojana-2022 दूध गंगा योजना में आवेदन करने के लिए जरुरी दस्तावेज इस प्रकार है:-

  • आधार कार्ड
  • जन्म प्रमाण पत्र
  • जाति प्रमाण पत्र
  • स्थाई निवासी प्रमाण पत्र
  • बैंक पास बुक की जानकारी
  • मोबाइल नंबर और अपने व्यवसाय की जानकारी से संबंधित दस्तावेजों का होना है।

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